News Desk. फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. मनदीप सिंह, जिनका संबंध मुंबई से है, ने गर्भ में पल रहे 24 सप्ताह के बच्चे की रीढ़ की हड्डी में खराबी को ठीक करने के लिए एक जटिल सर्जरी की
अबू धाबी: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रह रहे एक भारतीय मूल की डॉक्टर ने दक्षिण अमेरिका की एक महिला के गर्भ में पल रहे 24 सप्ताह के बच्चे की रीढ़ की हड्डी में खराबी को ठीक करने के लिए एक बेहद जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर इतिहास रच दिया है। प्रसिद्ध भ्रूण चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. मनदीप सिंह, जिनकी जड़ें मुंबई से जुड़ी हैं, ने अबू धाबी के एक अस्पताल में अत्यधिक जटिल सर्जरी करने में डॉक्टरों की एक टीम का नेतृत्व किया। इस तरह की जटिल सर्जरी करने वाले वह पहले भारतीय मूल के डॉक्टर बन गए हैं।
कोलंबिया की मरीज अपने बच्चे के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक जटिलताओं को रोकने की उम्मीद में अबू धाबी स्थित बुर्जील मेडिकल सिटी के किप्रोस निकोलाइड्स फीटल मेडिसिन एंड थेरेपी सेंटर में दुर्लभ ओपन स्पाइना बिफिडा सर्जरी से होकर गुजरी। बुर्जील मेडिकल सिटी में कंसल्टेंट, फीटल मेडिसिन एंड ऑब्स्टेट्रिक्स और बुर्जील फरहा (महिलाओं और बच्चों का विभाग) के सीईओ डॉ. मनदीप सिंह ने गर्भ में पल रहे 24 सप्ताह के बच्चे में रीढ़ की हड्डी की खराबी को ठीक करने के लिए इन-यूटरो फीटल सर्जरी की। वह दुनिया के कुछ एक सर्जनों में से एक हैं जिन्हें इन-यूटरो स्पाइना बिफिडा रिपेयर करने के लिए ट्रेन किया गया है। डॉ. सिंह ने ‘भ्रूण चिकित्सा का जनक‘ माने जाने वाले प्रो. कीप्रोस निकोलाइड्स के की देखरेख में ट्रेनिंग ली है। वह किंग्स कॉलेज अस्पताल, डेनमार्क हिल, लंदन में फीटल मेडिसिन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में बतौर कंसल्टेंट काम कर चुके हैं।
स्पाइना बिफिडा एक जन्मजात दोष है। यह तब होता है जब रीढ़ की हड्डियां पूरी तरह नहीं बन पाती हैं और इससे रीढ़ की हड्डी एमनियोटिक द्रव के संपर्क में आ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप एक तरह की स्थायी विकलांगता हो जाती है। इस स्थिति में अक्सर आंत्र और मूत्राशय नियंत्रण, पक्षाघात, या दोनों निचले अंगों की मांसपेशियों की कमजोरी के स्थायी नुकसान का खतरा रहता है। रीढ़ में पाई जाने वाली इस कमी को खत्म करने के लिए 19-25सप्ताह के गर्भ के बाद गर्भाशय की मरम्मत की जाती है, जिससे बेहतर परिणाम मिलते हैं। वैश्विक स्तर पर स्पाइना बिफिडा के मामले 1,000 में से एक में पाए जाते हैं।
डॉ. सिंह ने बुर्जील मेडिकल सिटी के किप्रोस निकोलाइड्स फीटल मेडिसिन एंड थेरेपी सेंटर में अत्यधिक एडवांस सर्जरी का संचालन करने के लिए एक छह सदस्यीय मेडिकल टीम का नेतृत्व किया। इस टीम में शामिल चिकित्सक उच्च जोखिम वाले मातृत्व और प्रसव देखभाल में माहिर हैं।
डॉ. सिंह, जिन्होंने ब्रिटेन में ट्रेनिंग लेने के बाद 22 वर्षों तक वहां काम किया है,के अनुसारभ्रूण को मरम्मत करने वाली सर्जरी के दौरान, गर्भाशय पर एक छोटा चीरा लगाया जाता है और बच्चे की पीठ को सामने लाया जाता है। इसके बाद ही न्यूरोसर्जन स्पाइना बिफिडा डिफेक्ट को खत्म कर सकते हैं।
डाक्टर सिंह ने कहा, “हम इस डिफेक्ट को कवर करने के लिए एक सिंथेटिक पैच का उपयोग करते हैं। एमनियोटिक फ्लूइड को फिर कैविटी में डाला जाता है और गर्भाशय को वापस बंद कर दिया जाता है। बच्चा गर्भावस्था के शेष समय तक गर्भ में रहेगा और फिर 37 सप्ताह के गर्भ के बाद सिजेरियन सेक्शन कर दिया जाएगा।”
मां की हालत स्थिर है और वह अगस्त में अबू धाबी के एक अस्पताल में अपने बच्चे को जन्म देने वाली है। जन्म के बाद, नियोनेटोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक यूरोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक और रिहैबिलिटेशन टीम की एक विशेषज्ञ टीम बच्चे की स्थिति का रिव्यू करेंगे और उसकी देखभाल की योजना बनाएंगे।
इन-यूटेरो स्पाइना बिफिडा रिपेयर की सुविधा हर जगह आसानी से उपलब्ध नहीं है और दुनिया भर में इस जटिल सर्जरी को करने वाले केवल लगभग 14 केंद्र हैं। एशिया और दक्षिण अमेरिका के जोड़े आमतौर पर ऐसी स्थिति की चिकित्सा देखभाल के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप की यात्रा करते हैं। लेकिन परिवारों के अनुसार इसमें काफी पैसा खर्च होता है।
अपने होने वाले बच्चे को सर्वश्रेष्ठ इलाज देने के लिए अबू धाबी की यात्रा करने वाले लिज़ वेलेंटीना पारा रोड्रिगेज और जेसन मेटो मोरेनो गुटिरेज़ नाम केकोलम्बियाई कपल ने कहा, “हम 20 सप्ताह के नियमित स्कैन के बाद चौंक गए थे। हमें पता चला था कि हमारे बच्चे की रीढ़ की हड्डी ठीक से नहीं बन रही थी। गर्भावस्था को समाप्त करने के विकल्प पर भी हमारे साथ चर्चा की गई थी लेकिन हम चमत्कारों में विश्वास करते हैं और साथ ही यह भी मानते हैं कि जीवन ईश्वर का उपहार है। हमारे डॉक्टर ने सुझाव दिया कि बच्चे के जन्म से पहले इसके स्पाइना बिफिडा की सर्जरी कराना सबसे अच्छा उपाय हो सकता है।“
एडवांस्ड फीटल केयर
डॉ. सिंह के अनुसार, यह प्रक्रिया कोई इलाज नहीं है, लेकिन यह जन्म के बाद बच्चे के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। डाक्टर सिंह ने कहा, “स्पाइना बिफिडा की इन-यूटेरो रिपेयर अंगों के मोटर फंक्शन लास को कम करती है और परिणामों में सुधार करती है। प्रसव के बाद, बच्चे को फालोअप की आवश्यकता होती है और, कुछ मामलों में, उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए फिजियोथेरेपी और अन्य मेडिकल एसेसमेंट्स से गुजरना पड़ सकता है।”
अगर गर्भ में पल रहे बच्चे का इलाज नहीं कराया जाता है और स्थिति की गंभीरता के आधार पर-स्पाइना बिफिडा के साथ पैदा हुए बच्चे को कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। इनमें पैरों की मांसपेशियों में ताकत की कमी के साथ-साथ आंत्र और मूत्राशय नियंत्रण जैसी कई तरह की जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
इन तमाम जोखिमों के बावजूद, भ्रूण की सर्जरी से शिशुओं की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। डॉक्टर सिंह ने कहा, “इन-यूटेरो स्पाइना बिफिडा रिपेयर एक अत्याधुनिक उपचार है, जिसमें शिशुओं की स्थिति में काफी हद तक सुधार करने की क्षमता है। मुझे उम्मीद है कि भारत में संस्थानों और विशेषज्ञों के साथ सहयोग करके, हम देश में इस तरह के एडवांस्ड ट्रीटमेंट्स तक पहुंच बढ़ा सकते हैं, जिससे विदेश यात्रा करने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।“
बुर्जील मेडिकल सिटी के बारे में
बुर्जील मेडिकल सिटी अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में स्थित एक 400 बिस्तरों वाला मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल और क्वाटरनरी केयर सेंटर है। यह एक अंतरराष्ट्रीय टीम की मदद से 40 से अधिक वयस्क और बाल चिकित्सा विशिष्टताओं में हाई क्वालिटी स्पेशलाइज्ड ट्रीटमेंट और कांप्लेक्स केयर की सुविधा प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए https://www.burjeelmedicalcity.com/ विजिट करें।