कविता शिक्षक दिवस

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मोनिका महाजन मणि

गुरु का महत्व ना होगा कम,
चाहे उन्नति भले कर ले हम।
साक्षर वह हमें सदा बनाते ,
जब भी गिरते साहस बढ़ाते।

ज्ञान दीपक की ज्योति जलाकर ,
सच और झूठ का पता बता कर।
कभी डांट कर कभी डपट कर ,
साक्षर वही बनाते सदा कर।

नित नए प्रेरणा आयाम लेकर ,
संचित ज्ञान का दीप जला कर।
सच्ची मानवता को बढ़ाते सदा,
तभी तो ज्ञान का दीपक शिक्षक है सदा।

चाहे इंटरनेट या गूगल आए,
अच्छे या बुरे की पहचान ना कराए ।
शिक्षक की वह दीपक हमारा,
जो स्वयं जले पर सब को आगे बढ़ाएं ।

आओ सब शिक्षक मिलकर करें नमन ,
डॉक्टर सर्वपल्ली को अर्पण करें श्रद्धा सुमन।
शिक्षक दिवस की सबको दे बधाई ,
जो सदा ज्ञान देकर बढ़ाएं ऊंचाई।

सभी शिक्षक गणों को मणि की ओर से बहुत-बहुत बधाई।