जालंधर. जिला प्रशासन ने 22036 लोगों के गले के माध्यम से कोरोना वायरस महामारी का परीक्षण किया, जिसमें से 19993 टेस्ट नकारात्स पाए गए। सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरिंदर सिंह ने कहा कि जिले में कोरोना वायरस के प्रसार की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ये परीक्षण जिले में किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक जालंधर प्रशासन ने 22036 संदिग्ध रोगियों के गले के परीक्षण किए हैं, जिनमें से 19993 परीक्षण नकारात्मक बताए गए हैं और 1097 परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होना बाकी है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जिले में बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रयास कर रहा है और जिला को कोरोना मुक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
सिविल सर्जन और चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अब तक जिले में 10923 व्यक्तियों को अलग कर दिया गया है, जिसमें से 9787 व्यक्ति 14 दिन की संगरोध अवधि पूरी कर चुके हैं और 1136 व्यक्ति संगरोध अवधि में हैं।