शिव कंवर सिंह संधू द्वारा बी.एस.एफ़. को ज़्यादा अधिकार देना राज्य के संघीय ढांचे पर हमला करार

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जालंधर | जाने माने कांग्रेसी नेता शिव कंवर सिंह संधू ने बी.एस.एफ़. को ज़्यादा अधिकार देने को राज्य के संघीय ढांचे पर हमला करार दिया है।

आज यहाँ जारी एक बयान में संधु ने कहा कि पंजाब के किसान आंदोलन में सक्रियता के साथ शामिल होने के कारण इसको जान बूझकर निशाना बनाया जा रहा है और इसको गड़बड़ी वाला राज्य संबंधी आरोप लगाकर राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बी.एस. एफ को और ज्यादा इलाके के अधिकार दिये गये हैं जिससे वह पंजाब पुलिस के सम्मिलन के बिना घरों की तलाशी ले सकेगा और लोगों को गिरफ़्तार कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे लोगों की बी.एस.एफ़ के हाथों परेशानी बढ़ेगी।

संधु ने कहा कि बी.एस.एफ. की अंदरूनी सक्रियता के साथ इसके द्वारा अंतरराष्ट्रीय सरहद पर प्राथमिक ज़िम्मेदारी निभाने में कमी आयेगी। यह तकरीबन आधे पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने जैसा है जिसके अधीन राज्य के मलोट, अबोहर, मुक्तसर, बटाला, गुरदासपुर और पठानकोट जैसे मुख्य शहरों के अलावा अन्य छोटे कस्बे और इलाके भी आएंगे।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ़ से ड्रोन अटैक, तस्करी और अन्य गतिविधियों को रोकना अब भारत सरकार पर है। जो सरकार सरहद के 15 किलोमीटर इलाके पर नियंत्रण रखने में असमर्थ है, उसके द्वारा 50 किलोमीटर इलाके पर कंट्रोल करना किस तरह संभव है? पंजाब का दूसरे राज्यों के साथ तुलना करना बहुत मुश्किल है। राजस्थान का बड़ा इलाका खाली पड़ा है और कुछ अन्य राज्यों में सरहद पर जंगली इलाका है। उन्होंने कहा कि सरहद पर कँटीली तार पहले ही लगी हुई है, इस कारण बी.एस.एफ. के इलाके में और विस्तार करने की ज़रूरत नहीं है।

संधु ने कहा कि सरहद पर रह रहे लोग पहले ही भारी मानसिक परेशानी से गुज़र रहे हैं। उनको रोज़ाना कृषि संबंधी कार्यों के लिए परेशनी का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब और किसानों को और अधिक परेशान करने के लिए यह गहरी साजिश है। यह कार्यवाही देश के बड़े हितों में नहीं है जो देश की अखंडता को नुकसान पहुंचाएगी।